Website Builder - Complete tutorial - Hindi - part 2
Aarti Vyas
Last Update há 13 dias
1. Add a photo gallery
2. Add a video gallery
3. Add a list of document in website
4. Add a image in drive, (media manager )
5. add a video in drive, ( media manager )
🌐 बसाइट बिल्डर में फ़ोल्डर का उपयोग और कस्टमाइज़ेशन – संपूर्ण गाइड
परिचय
यह वीडियो आपको यह सिखाता है कि वेबसाइट बिल्डर में फ़ोल्डर का कैसे निर्माण करें, उनका नाम बदलें, व्यवस्थित करें और मीडिया फाइलें अपलोड करें। यह विशेष रूप से उन यूज़र्स के लिए उपयोगी है जो वेबसाइट में फोटो, वीडियो और डॉक्युमेंट्स को व्यवस्थित रखना चाहते हैं।
मुख्य विषय1. फ़ोल्डर स्ट्रक्चर को समझना
वेबसाइट बिल्डर में एक मीडिया मैनेजर होता है जहां फ़ोल्डर बनाए और व्यवस्थित किए जाते हैं।
हर फ़ोल्डर में आप निम्नलिखित प्रकार की फाइलें रख सकते हैं:
फोटो / इमेज
वीडियो
दस्तावेज़ (PDF, DOC, आदि)
शुरुआत में एक डिफ़ॉल्ट फ़ोल्डर होता है, जिसमें सारी अपलोड की गई फाइलें जाती हैं।
2. नया फ़ोल्डर कैसे बनाएं
मीडिया मैनेजर या फाइल मैनेजर सेक्शन में जाएं।
"New Folder" बटन पर क्लिक करें।
उपयुक्त और स्पष्ट नाम दें जैसे – "Client Images", "Product Videos" आदि।
नया फ़ोल्डर वर्तमान चयनित लोकेशन के अंदर बनता है।
3. फ़ोल्डर में फाइल अपलोड करना
पहले फ़ोल्डर सेलेक्ट करें जिसमें फाइल डालनी है।
"Upload" बटन पर क्लिक करें।
आपकी फाइल उसी फ़ोल्डर में सेव होगी।
फाइल प्रकार: फोटो, वीडियो, PDF, DOC आदि।
4. फ़ोल्डर का नाम बदलना या संपादित करना
किसी फ़ोल्डर पर राइट क्लिक करें या विकल्प (options) बटन पर क्लिक करें।
“Rename” विकल्प चुनें।
इससे आप फ़ोल्डर का नाम बदल सकते हैं, जिससे व्यवस्थित करना आसान हो जाता है।
5. फ़ोल्डर में फाइल्स को व्यवस्थित करना
एक फ़ोल्डर से दूसरी जगह ड्रैग एंड ड्रॉप करके फाइल्स मूव कर सकते हैं।
इससे मीडिया मैनेजमेंट अधिक सरल हो जाता है।
उदाहरण:
“बैनर इमेजेस”
“प्रोडक्ट वीडियो”
“क्लाइंट डॉक्युमेंट्स”
6. वेबसाइट कंटेंट में फ़ोल्डर का उपयोग
जब आप पेज पर मीडिया (इमेज या वीडियो) जोड़ते हैं, तो सिस्टम आपसे फ़ोल्डर से फाइल चुनने को कहता है।
उसी समय आप नई फाइल अपलोड भी कर सकते हैं या पहले से अपलोडेड फोल्डर से चुन सकते हैं।
फ़ोल्डर मैनेजमेंट के सुझाव
फ़ोल्डर का नाम स्पष्ट और समझने योग्य रखें।
प्रोजेक्ट, क्लाइंट, या मीडिया टाइप के अनुसार अलग-अलग फ़ोल्डर बनाएं।
समय-समय पर अनावश्यक फाइल्स डिलीट करें।
टीम के बीच साझा फोल्डर में परमिशन सेटिंग्स पर ध्यान दें।